उसके हाथों में जो सितारे हों, उन्हें छूने की मेरी ख्वाहिश है।
वो हसीं बातें जो उसके लबों से निकलें, उन्हें सुनने की मेरी आरज़ू है।
उसके हाथों की छूटी बातों में, मेरी ज़िंदगी की राहत छुपी है।
उन अनमोल लम्हों के ज़रिए, मेरी धड़कनों की तारीक़ी बनी है।
उसके हाथों की एहसासों में, मेरी खुशबू की खुशी बसी है।
उन लम्हों के मोहरों से, मेरी किताबों की कहानी लिखी है।
उसके हाथों में जो प्यार हो, उसी में मेरा सब कुछ समाया है।
उन लम्हों की मिठास में, मेरा जीना बस खुशियों से सजाया है।
उसके हाथों की ग़ज़ल बनी है, जिनमें मेरी दुनिया बसी है।
उसके हाथों के साथ में, मेरा ख्वाब सच होने की राहत पाई है।
©Nirankar Trivedi
उसके हाथों की ग़ज़ल बनी है, जिनमें मेरी दुनिया बसी है।उसके हाथों के साथ में, मेरा ख्वाब सच होने की राहत पाई है।#UskeHaath