चंद रूपयो के कपडो से अगर ईज्जत बनती है मेरी तो जना

"चंद रूपयो के कपडो से अगर ईज्जत बनती है मेरी तो जनाब बहुत सस्ता हु मै कागज़ के कुछ टुकडो पे हर गली बिकता हुँ मै तो जनाब बहुत सस्ता हु मै लालच के हसीन मुखडों पे हर रोज फिसलता हुँ मै तो जनाब बहुत सस्ता हु मै खुद की कीमत को जाने बिना काँच के टुकडे चुनता हुँ मै तो जनाब बहुत सस्ता हु मै - Kaviman"

 चंद रूपयो के कपडो से
अगर ईज्जत बनती है मेरी
तो जनाब बहुत सस्ता हु मै

कागज़ के कुछ टुकडो पे
हर गली बिकता हुँ मै
तो जनाब बहुत सस्ता हु मै

लालच के हसीन मुखडों पे
हर रोज फिसलता हुँ मै
तो जनाब बहुत सस्ता हु मै

खुद की कीमत को जाने बिना
काँच के टुकडे चुनता हुँ मै
तो जनाब बहुत सस्ता हु मै

- Kaviman

चंद रूपयो के कपडो से अगर ईज्जत बनती है मेरी तो जनाब बहुत सस्ता हु मै कागज़ के कुछ टुकडो पे हर गली बिकता हुँ मै तो जनाब बहुत सस्ता हु मै लालच के हसीन मुखडों पे हर रोज फिसलता हुँ मै तो जनाब बहुत सस्ता हु मै खुद की कीमत को जाने बिना काँच के टुकडे चुनता हुँ मै तो जनाब बहुत सस्ता हु मै - Kaviman

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