White आओ नाग
स्वागत है तुम्हारा
पहले तो तुम रहते थे जंगलों में
फिर आये शहर में
फिर रहने लगे आस्तिनो में
और अब तो हो गये हो
ईश्वर की तरह सर्व व्यापी
संसद से सड़क तक है तुम्हारा राज
आओ नाग
कर लूँ तुम्हारी स्तुति
कर लूँ तुम्हारा अभिषेक
पिला दूँ तुम्हें पयोधि
बस इतनी ही विनती है कि
डँस लेना मुझे
मगर फूलों को दे देना अभयदान
©Rabindra Prasad Sinha
#अ आ