धरती पर रहता हैं, इन्सान दोलत गिनता है.... कल कित

"धरती पर रहता हैं, इन्सान दोलत गिनता है.... कल कितनी थी, आज कितनी बढ़ी...। भगवान हंस रहा है... इंसान की सांसें गिन रहा है, आज कितनी है .. कल कितनी कम हुई है...।। ©vinodsaini"

 धरती पर रहता हैं, इन्सान
दोलत गिनता है....
 कल कितनी थी, आज कितनी बढ़ी...।
भगवान हंस रहा है...
इंसान की सांसें गिन रहा है,
आज कितनी है ..
कल कितनी कम हुई है...।।

©vinodsaini

धरती पर रहता हैं, इन्सान दोलत गिनता है.... कल कितनी थी, आज कितनी बढ़ी...। भगवान हंस रहा है... इंसान की सांसें गिन रहा है, आज कितनी है .. कल कितनी कम हुई है...।। ©vinodsaini

#LetMeDrowm

People who shared love close

More like this

Trending Topic