White लिखे थे नाम कागज पे, वो सब मैंने मिटा डाले,
की ये फेहरिस्त थी उनकी, जो बनते थे सगे वाले,
कभी मिल जाओ भर इनसे, और देखो सामने से तुम,
चमकते चेहरे रखते हैं, सुरख गहरे हैं दिल काले,
ये सारे वो ही रिश्ते हैं, ये सारे वो ही नाते हैं,
जरा भर काम करने के, ये बदले कुछ तो चाहते हैं,
अगर चाहोगे कुछ ऐसा, इन्हें महफूज रखोगे,
ये अपने आप का ही तुम, कदम मनहूस रखोगे,
सलाह मानो अभी है वक्त, बना लो इनसे तुम दूरी,
बुरे जो वक्त ना थे साथ, थी इनकी क्या वो मजबूरी,
लिखे थे नाम कागज पे, वो सब मैंने मिटा डाले,
की ये फेहरिस्त थी उनकी, जो बनते थे सगे वाले,
©Pankaj Pahwa
#Free