तेरी फ़िक्र है जुदा तुझसे हो गया तो मैं कहाँ जाऊँग | हिंदी शायरी
"तेरी फ़िक्र है जुदा तुझसे हो गया तो मैं कहाँ जाऊँगा
जब खुलेगी आँख तो खुदको कहां पाऊंगा |
मेरे हर ज़िक्र में तेरी ही फ़िक्र होगी,
दुनिया में जहाँ भी जाऊँगा बस तुझे ही पाऊँगा |
.......... ZAK"
तेरी फ़िक्र है जुदा तुझसे हो गया तो मैं कहाँ जाऊँगा
जब खुलेगी आँख तो खुदको कहां पाऊंगा |
मेरे हर ज़िक्र में तेरी ही फ़िक्र होगी,
दुनिया में जहाँ भी जाऊँगा बस तुझे ही पाऊँगा |
.......... ZAK