White व्यथा उस पेड़ की भी क्या सुनी होगी
जो माली उसे सींचता है
फल आने पर वही उसे तोड़ जाता है
व्यथा उस नदी की भी क्या जानी होगी
जो इंसान उसका पानी पीता है
वही उसी में लाकर गंदगी डाल जाता है
व्यथा उस आसमान ने भी क्या कही होगी
जो बादल उसे घेर कर रखते है
उन्हीं को रुला कर बरसात कर जाता है
व्यथा उस मानव की भी क्या होगी
जिस घर मे वो रहता है
वहीं से बाहर प्रेम खोजने जाता है
©Priya Singh
#sad_shayari