ख़ूबसूरत ":तेरी पलकों की छाँव तो कभी नसीब न हुई मु | हिंदी शायरी

"ख़ूबसूरत ":तेरी पलकों की छाँव तो कभी नसीब न हुई मुझे पर सुना है की दादा-पोती के रिश्ते से ख़ूबसूरत कोई और रिश्ता नही!!:..""

 ख़ूबसूरत ":तेरी पलकों की छाँव तो 
कभी नसीब न हुई मुझे
पर सुना है की दादा-पोती के रिश्ते से
 ख़ूबसूरत कोई  और रिश्ता नही!!:.."

ख़ूबसूरत ":तेरी पलकों की छाँव तो कभी नसीब न हुई मुझे पर सुना है की दादा-पोती के रिश्ते से ख़ूबसूरत कोई और रिश्ता नही!!:.."

#खूबसूरत #रिश्ता #दादा_पोती #बचपन

People who shared love close

More like this

Trending Topic