कभी सोचा ना था,
उससे हसीं ख्वाब हो तुम
बड़ी सीधी- साधी
मासूम सी नायब हो तुम
किसी रेहगुजर की मंजिल हो तुम
सागर सी जिंदगी का साहिल हो तुम
गर को अल्फाज होते पास मेरे
तो लिख देता जज्बात सारे
कोई तो खास बात होगी मुझमें
जो मेरे पास हो तुम ,मेरे पास हो तुम ।
©Shubh_writes
#Likho