नया सिलसिला शुरू होने में वक़्त लगता है ख़ुद को ख़

"नया सिलसिला शुरू होने में वक़्त लगता है ख़ुद को ख़ुद से रूबरू होने में वक्त लगता है जागती आँखें ख़्वाबों से लबालब भरी हों तो लाख करवटें लीजिए सोने में वक़्त लगता है ख़ूबसूरती बसानी पड़ती है ज़ेहन की ज़ेहन में प्रेम की सच्ची माला पिरोने में वक़्त लगता है बस एक हार के बाद सब कुछ ख़त्म नहीं होता उम्मीद की ज़मीं बंजर होने में वक्त लगता है मेरे हाथ में हो तो सबकी उदासियाँ राख कर दूँ मगर इंसान को देवता होने में वक़्त लगता है। ©Thakur Pramod Singh"

 नया सिलसिला शुरू होने में वक़्त लगता है ख़ुद को ख़ुद से रूबरू होने में वक्त लगता है

जागती आँखें ख़्वाबों से लबालब भरी हों तो लाख करवटें लीजिए सोने में वक़्त लगता है

ख़ूबसूरती बसानी पड़ती है ज़ेहन की ज़ेहन में प्रेम की सच्ची माला पिरोने में वक़्त लगता है

बस एक हार के बाद सब कुछ ख़त्म नहीं होता उम्मीद की ज़मीं बंजर होने में वक्त लगता है

मेरे हाथ में हो तो सबकी उदासियाँ राख कर दूँ मगर इंसान को देवता होने में वक़्त लगता है।

©Thakur Pramod Singh

नया सिलसिला शुरू होने में वक़्त लगता है ख़ुद को ख़ुद से रूबरू होने में वक्त लगता है जागती आँखें ख़्वाबों से लबालब भरी हों तो लाख करवटें लीजिए सोने में वक़्त लगता है ख़ूबसूरती बसानी पड़ती है ज़ेहन की ज़ेहन में प्रेम की सच्ची माला पिरोने में वक़्त लगता है बस एक हार के बाद सब कुछ ख़त्म नहीं होता उम्मीद की ज़मीं बंजर होने में वक्त लगता है मेरे हाथ में हो तो सबकी उदासियाँ राख कर दूँ मगर इंसान को देवता होने में वक़्त लगता है। ©Thakur Pramod Singh

#PhisaltaSamay

People who shared love close

More like this

Trending Topic