"जंगल में रहे या बस्ती में, लहरों में रहे या कश्ती मे,
महंगी में रहे या सस्ती में, पर रहे ।राम।। की मस्ती में,
क्योंकि जो डूबे है “राम” की मस्ती में, चार चांद लग जाते
हैं उनकी हस्ती में #NojotoQuote"
जंगल में रहे या बस्ती में, लहरों में रहे या कश्ती मे,
महंगी में रहे या सस्ती में, पर रहे ।राम।। की मस्ती में,
क्योंकि जो डूबे है “राम” की मस्ती में, चार चांद लग जाते
हैं उनकी हस्ती में