शहीद भगत सिंह देश में जनम लेते लाखों लोग नितदिन,
क्रांतिकारी रक्तों के अभाव को न भूलना।
देश हित जिसने दिया हो त्यज सबकुछ,
ऐसे बाँधवों के तू स्वभाव को न भूलना।
शेखर शिवाजी गुरु गोविंद मनु हो चाहे,
शत्रुओं पे इनके दवाब को न भूलना।
और भूल जाना प्रिये दुनिया समूची चाहे ,
भगत के मूंछ की वो तांव को न भूलना।।
©स्वरस "रागिनी"
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