क्यों मुश्किलो से मिलती है आसान जिंदगी,
रहती है, हर बात पर क्यों परेशान जिंदगी।
खुश नहीं हो, तो खुशी का भरम ही रख लो,
थोड़ा तो खिलखिला दो, ये नादान जिंदगी।
सोचो तो हर पल, वज्म है चारों तरफ हमारे,
गौर से देखो तो, दिखती है बियाबान जिंदगी।
पाया है तुमने सब कुछ, नूर-ए-जहां हो तुम,
आखिर हैं हकीकत, सबकी शमशान जिंदगी।
दूर से अमूमन, सबको दिखती हैं अमृत सरिता,
पास से पता चला, मौत का हैं फरमान जिंदगी।
कितनी भी करो कोशिश, एक दिन है इसे बहना,
तेज बरसात में राणा, मिट्टी का हैं मकान जिंदगी।
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