🙏🏻😑🙏🏻"सब्र"🙏🏻😑🙏🏻
कुछ मेरे नसीब तो कुछ वक्त का तकाज़ा था ;
ज़ख्म भरा था बाहर से पर अंदर से ताज़ा था ;
दर्द सह कर भी मुस्कुरा रहें थे हर-हाल में हम ,
उस रब ने तो मुझे बड़े हीं सब्र से नवाज़ा था !
प्रिया सिन्हा 𝟐𝟗. जुलाई 𝟐𝟎𝟐𝟑. (शनिवार)
©PRIYA SINHA
#सब्र