हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुकद्दर मेरा,
मैं ही कश्ती हूँ
मुझ में ही है समुन्दर मेरा।
©Sarfaraj idrishi
#seashore हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुकद्दर मेरा,
मैं ही कश्ती हूँ मुझी में है समुन्दर मेरा।#Chauhan Ajay Singh viji ರಾಷ್ಟ್ರವಾದಿ... कृष्णा वाघमारे, जालना , महाराष्ट्र,431211 Gurdeep Kanheri @Md Wazaifa Kamal