खोया-खोया सा था मैं,‌ मुझे सहारा जब तूने दिया ज़ख | हिंदी शायरी

" खोया-खोया सा था मैं,‌ मुझे सहारा जब तूने दिया ज़ख्मों को आराम था मिला पर फिर दर्द तूने ही दिया तुझे हँसता देखता था तो मुस्कुरा देता था मैं भी कभी कहूं क्या किस्मत को मैं, आंसू भी‌ तो तूने ही दिया ©Ashish Ke Alfaaz "

खोया-खोया सा था मैं,‌ मुझे सहारा जब तूने दिया ज़ख्मों को आराम था मिला पर फिर दर्द तूने ही दिया तुझे हँसता देखता था तो मुस्कुरा देता था मैं भी कभी कहूं क्या किस्मत को मैं, आंसू भी‌ तो तूने ही दिया ©Ashish Ke Alfaaz

#Remember

People who shared love close

More like this

Trending Topic