रंगों का त्यौहार है.... सब रंग जाते हैं। प्रेम और | हिंदी Poetry

"रंगों का त्यौहार है.... सब रंग जाते हैं। प्रेम और अपनत्व के भाव में..... शत्रु भी मित्र बन जाते हैं। हर कड़वाहट को भूल कर..... जो बड़प्पन दिखा जाते हैं। ईश्वर स्वयं उनकी जिंदगी में..... खुशियों के रंग भर जाते हैं। (स्वस्थ धीर) ©Swasth Dheer"

 रंगों का त्यौहार है....
सब रंग जाते हैं।
प्रेम और अपनत्व के भाव में.....
शत्रु भी मित्र बन जाते हैं।

हर कड़वाहट को भूल कर.....
जो बड़प्पन दिखा जाते हैं।
ईश्वर स्वयं उनकी जिंदगी में.....
खुशियों के रंग भर जाते हैं।
(स्वस्थ धीर)

©Swasth Dheer

रंगों का त्यौहार है.... सब रंग जाते हैं। प्रेम और अपनत्व के भाव में..... शत्रु भी मित्र बन जाते हैं। हर कड़वाहट को भूल कर..... जो बड़प्पन दिखा जाते हैं। ईश्वर स्वयं उनकी जिंदगी में..... खुशियों के रंग भर जाते हैं। (स्वस्थ धीर) ©Swasth Dheer

#happyholi होली

People who shared love close

More like this

Trending Topic