मेरी परछाई मुझे जब सुनसान राहो में कोई नही होता | हिंदी विचार
"मेरी परछाई मुझे जब सुनसान राहो में कोई नही होता
तब चाँदनी रातो में साथ चलती है मेरी परछाई
चाहे कोई साथ चलने वाला हो या न हो ।
हमेशा साथ चलती है
।।मेरी परछाई ।"
मेरी परछाई मुझे जब सुनसान राहो में कोई नही होता
तब चाँदनी रातो में साथ चलती है मेरी परछाई
चाहे कोई साथ चलने वाला हो या न हो ।
हमेशा साथ चलती है
।।मेरी परछाई ।