फूलों सी कभी कभी ना चाहते हुए भी कुछ फूल (रिश्ते) खुदसे अलग करने पढ़ते है,🥺 वरना भवरे (लोग) उस फूल को नौचं खा जाते है,,😞 इससे अच्छा उस फूल को कहीं खूबसूरत गुलदस्ते मे सजा देते है,😞 कम से कम वो वहाँ खुश तो रहेगा 🍂🥀 © Mr HaPPy #dilkibaat Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto