The story is एक बार, तीन चोर सबसे चालाक होने का दा | English विचार

"The story is एक बार, तीन चोर सबसे चालाक होने का दावा कर रहे थे। उसी समय, एक किसान एक गधे पर सवार वहाँ आया। उसका गधा एक बकरी से बंधा था जिसके गले में घंटी थी। चोरों ने उसकी बकरी, उसका गधा और उसके कपड़े चुराने का फैसला किया। पहले चोर ने चुपके से बकरी की घंटी निकाल कर गधे की पूंछ में बांध दी और बकरी ले गया। एक घंटे बाद किसान को पता चला तो वह रोने लगा। अब दूसरा चोर उसके पास आया और बोला-“मैंने तुम्हारी बकरी के चोर को उस पतली गली में जाते देखा है। किसान अपने गधे को वहीं छोड़कर उस गली की ओर भागा। तभी चोर उसका गधा ले गया। किसान ने तीसरे चोर को रोते हुए देखा। चोर ने उसे कहा- ‘मेरा बटुआ कुएँ में गिर गया है। अगर तुम निकाल दो तो मैं तुम्हें दस सोने की मोहरें दूंगा।” कुएँ में उतरने के लिए जैसे ही किसान ने कपड़े उतारे, चोर कपड़े लेकर भाग गया। इस प्रकार, उन तीनों चोरों ने किसान से उसकी बकरी, गधा और उसके कपड़े चुरा लिये। इन सब में तीसरा चोर ही चालाक माना गया। ©Rajpoot Vijay"

 The story is एक बार, तीन चोर सबसे चालाक होने का दावा कर रहे थे। उसी समय, एक किसान एक गधे पर सवार वहाँ आया। उसका गधा एक बकरी से बंधा था जिसके गले में घंटी थी।

चोरों ने उसकी बकरी, उसका गधा और उसके कपड़े चुराने का फैसला किया। पहले चोर ने चुपके से बकरी की घंटी निकाल कर गधे की पूंछ में बांध दी और बकरी ले गया। एक घंटे बाद किसान को पता चला तो वह रोने लगा।

अब दूसरा चोर उसके पास आया और बोला-“मैंने तुम्हारी बकरी के चोर को उस पतली गली में जाते देखा है। किसान अपने गधे को वहीं छोड़कर उस गली की ओर भागा। तभी चोर उसका गधा ले गया।

किसान ने तीसरे चोर को रोते हुए देखा। चोर ने उसे कहा- ‘मेरा बटुआ कुएँ में गिर गया है। अगर तुम निकाल दो तो मैं तुम्हें दस सोने की मोहरें दूंगा।” कुएँ में उतरने के लिए जैसे ही किसान ने कपड़े उतारे, चोर कपड़े लेकर भाग गया।

इस प्रकार, उन तीनों चोरों ने किसान से उसकी बकरी, गधा और उसके कपड़े चुरा लिये। इन सब में तीसरा चोर ही चालाक माना गया।

©Rajpoot Vijay

The story is एक बार, तीन चोर सबसे चालाक होने का दावा कर रहे थे। उसी समय, एक किसान एक गधे पर सवार वहाँ आया। उसका गधा एक बकरी से बंधा था जिसके गले में घंटी थी। चोरों ने उसकी बकरी, उसका गधा और उसके कपड़े चुराने का फैसला किया। पहले चोर ने चुपके से बकरी की घंटी निकाल कर गधे की पूंछ में बांध दी और बकरी ले गया। एक घंटे बाद किसान को पता चला तो वह रोने लगा। अब दूसरा चोर उसके पास आया और बोला-“मैंने तुम्हारी बकरी के चोर को उस पतली गली में जाते देखा है। किसान अपने गधे को वहीं छोड़कर उस गली की ओर भागा। तभी चोर उसका गधा ले गया। किसान ने तीसरे चोर को रोते हुए देखा। चोर ने उसे कहा- ‘मेरा बटुआ कुएँ में गिर गया है। अगर तुम निकाल दो तो मैं तुम्हें दस सोने की मोहरें दूंगा।” कुएँ में उतरने के लिए जैसे ही किसान ने कपड़े उतारे, चोर कपड़े लेकर भाग गया। इस प्रकार, उन तीनों चोरों ने किसान से उसकी बकरी, गधा और उसके कपड़े चुरा लिये। इन सब में तीसरा चोर ही चालाक माना गया। ©Rajpoot Vijay

#story @Mainul Sk @Monu Kumar @Anku Kumar @gopal @Ramlal Rathi

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