White कभी कभी यूंही सोचती हूं
इतना भी क्या गलत किया था
जो इतने यारों से धोखा खाया?
इतनी भी क्या दूरी थी
जो कोई अपना होकर भी
पास न आया??
क्या मिला दिल साफ रख के
जब आखिर में खुद को अकेला ही पाया??
कभी कभी यूँही सोचती हूं
ए खुदा तूने कोई खुद सा
क्यों ना बनाया??
क्यों मेरी बारी पर ही
तूने हर किस्से में दर्द सुनाया?
©Divuu.writes
#good_night कभी कभी