जीवन में विविध लक्ष्य जीवन की राहें अनगिनत, हर | हिंदी कविता

"जीवन में विविध लक्ष्य जीवन की राहें अनगिनत, हर मोड़ पर नया सपना। कभी चाहत में उड़े परिंदे, कभी थामें धरा का अपना। कभी आसमान को छूने की आस, कभी मन की शांति का प्रयास। कुछ पल में बनता अंबर नीला, कुछ में मिलता धरती का वास। कर्म की डगर पर लक्ष्य अनेक, हर कदम पर संघर्ष से मेल। सपनों के पीछे दौड़ें हम सभी, कभी जीत, कभी हार का खेल। पर लक्ष्य तो हैं बस बहाने, जीवन का सार खोजे जाने। पाने में नहीं, ढूंढने में खुशी, राहें हैं मंजिल, समझ लो ये बात पुरानी। तो चलो सफर पर खुली सोच के संग, हर लक्ष्य है जीवन का एक रंग। मंजिलें मिलेंगी, मन में रखो ये विश्वास, हर पड़ाव है एक नया इतिहास। ©Amrendra Kumar Thakur"

 जीवन में विविध लक्ष्य

जीवन की राहें अनगिनत,  
हर मोड़ पर नया सपना।  
कभी चाहत में उड़े परिंदे,  
कभी थामें धरा का अपना।  

कभी आसमान को छूने की आस,  
कभी मन की शांति का प्रयास।  
कुछ पल में बनता अंबर नीला,  
कुछ में मिलता धरती का वास।  

कर्म की डगर पर लक्ष्य अनेक,  
हर कदम पर संघर्ष से मेल।  
सपनों के पीछे दौड़ें हम सभी,  
कभी जीत, कभी हार का खेल।  

पर लक्ष्य तो हैं बस बहाने,  
जीवन का सार खोजे जाने।  
पाने में नहीं, ढूंढने में खुशी,  
राहें हैं मंजिल, समझ लो ये बात पुरानी।  

तो चलो सफर पर खुली सोच के संग,  
हर लक्ष्य है जीवन का एक रंग।  
मंजिलें मिलेंगी, मन में रखो ये विश्वास,  
हर पड़ाव है एक नया इतिहास।

©Amrendra Kumar Thakur

जीवन में विविध लक्ष्य जीवन की राहें अनगिनत, हर मोड़ पर नया सपना। कभी चाहत में उड़े परिंदे, कभी थामें धरा का अपना। कभी आसमान को छूने की आस, कभी मन की शांति का प्रयास। कुछ पल में बनता अंबर नीला, कुछ में मिलता धरती का वास। कर्म की डगर पर लक्ष्य अनेक, हर कदम पर संघर्ष से मेल। सपनों के पीछे दौड़ें हम सभी, कभी जीत, कभी हार का खेल। पर लक्ष्य तो हैं बस बहाने, जीवन का सार खोजे जाने। पाने में नहीं, ढूंढने में खुशी, राहें हैं मंजिल, समझ लो ये बात पुरानी। तो चलो सफर पर खुली सोच के संग, हर लक्ष्य है जीवन का एक रंग। मंजिलें मिलेंगी, मन में रखो ये विश्वास, हर पड़ाव है एक नया इतिहास। ©Amrendra Kumar Thakur

#Jeevan
#जीवन

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