तेरी दुनिया से आखिर किधर जाना है,,
जिंदा रहेगी रूह और जिस्म को मर जाना है,,
बिछड़ के भी उससे बिछड़ता नहीं ऐ 'मीर'
जिसके रास्ते में आखिर पत्थर आना है,,
@__ मीर अजनबी
©Mir Ajnabii
तेरी दुनिया से आखिर किधर जाना है,,
जिंदा रहेगी रूह और जिस्म को मर जाना है,,
बिछड़ के भी उससे बिछड़ता नहीं ऐ 'मीर'
जिसके रास्ते में आखिर पत्थर आना है,,
@__ मीर अजनबी