"#OpenPoetry ये लम्हें हैं हमारे कुछ चंद से
लेकिन
उनसे जुड़ी यादें कुछ जादा है..
भीगती है ये आँखें रोजाना
लेकिन
इन होंठों से मुस्कुराने का इरादा है..
साथ हूँ तो नही तेरे
लेकिन
अपना हर सफर तेरे साथ तय करने का इरादा है...."
#OpenPoetry ये लम्हें हैं हमारे कुछ चंद से
लेकिन
उनसे जुड़ी यादें कुछ जादा है..
भीगती है ये आँखें रोजाना
लेकिन
इन होंठों से मुस्कुराने का इरादा है..
साथ हूँ तो नही तेरे
लेकिन
अपना हर सफर तेरे साथ तय करने का इरादा है....