आंख लगाई मेरी, नजाने कब सपनो की गाड़ी चल पड़ी, वैस | हिंदी Shayari

"आंख लगाई मेरी, नजाने कब सपनो की गाड़ी चल पड़ी, वैसे तो सपने बहुत से देखे मैंने, पर आज सपनों की गाड़ी तेरी ओर चली, सपनों में तो तू मेरा हो गया, पर जब आंख खुली तो, बस तेरी रुसवाई ही थी साथ मेरे। dil ki baat alfaazon ke sath ©Shefali"

 आंख लगाई मेरी,
नजाने कब सपनो की गाड़ी चल पड़ी,
वैसे तो सपने बहुत से देखे मैंने,
पर आज सपनों की गाड़ी तेरी ओर चली,
सपनों में तो तू मेरा हो गया,
पर जब आंख खुली तो,
बस तेरी रुसवाई ही थी साथ मेरे।

dil ki baat alfaazon ke sath

©Shefali

आंख लगाई मेरी, नजाने कब सपनो की गाड़ी चल पड़ी, वैसे तो सपने बहुत से देखे मैंने, पर आज सपनों की गाड़ी तेरी ओर चली, सपनों में तो तू मेरा हो गया, पर जब आंख खुली तो, बस तेरी रुसवाई ही थी साथ मेरे। dil ki baat alfaazon ke sath ©Shefali

People who shared love close

More like this

Trending Topic