White **आज़ादी का सपना**
आजाद होकर भी हम आज़ाद नहीं हैं,
क्योंकि हमारे दिलों में कहीं दरारें अभी भी हैं।
भारत की धरती ने हमें जन्म दिया,
लेकिन हमें एकता के पंखों पर उड़ना अभी बाकी है।
गणतंत्र का यह पर्व हम सबको याद दिलाता है,
कि हर नागरिक के अधिकार और कर्तव्य समान रूप से सत्य हैं।
इस दिन उन वीरों को नमन करें,
जिन्होंने इस धरती के कण-कण को अपने खून से सींचा है।
संविधान की किताब में लिखी बातें,
सिर्फ पढ़ने के लिए नहीं हैं, बल्कि जीने के लिए अमूल्य धरोहर हैं।
जाति, धर्म, भाषा से ऊपर उठकर,
हमें हर पल मानवता का दीप जलाना होगा।
आज़ादी के इस पर्व पर, आइए हम संकल्प लें,
कि हम अपना देश बनाएंगे, एक मजबूत कंधे पर।
जहाँ हर व्यक्ति समान और खुश होगा,
वहाँ हर माथे पर सच्ची आज़ादी की चमक दिखाई देगी।
भले ही हम आज़ाद हैं, पर अभी आज़ाद नहीं हुए हैं,
लेकिन इस गणतंत्र दिवस पर हम एक संकल्प लेंगे,
कि एकता, प्रेम और भाईचारे के साथ,
हम हर वो सपना पूरा करेंगे,
जो अब तक अधूरा रह गया है।
©kbkiranbisht
#happy_independence_day