माॅं कहती हैं....
"हर दुआॅं मे.....
मैं तेरा जिक्र करती हूॅं।
मैं खुद से पहले....
तेरी फिक्र करती हूॅं ।
चाहे खूदा तुझे...
बस,इस बात से डरती हूॅं ।
मैं हद से जादा...
तुमसे प्यार करती हूॅं ।
कोनसी बडी बात हैं...!
शायद इसी लिए माॅं कहलाती हूॅं"
-माॅं
©Yogeshree