कोई दम का मेहमां हूं ऐ अहल-ए-महफ़िल चराग़-ए-सहर हूं बुझा चाहता हूं भरी बज़्म में राज़ की बात कह दी बड़ा बे-अदब हूं सज़ा चाहता हूँ.. __अल्लाम इकबाल ©Rohit Kumar(R.K) #बड़ा बे-अदब हूं सज़ा चाहता हूं #राज़ की बात #Allamaiqbal #Hopeless kavita ranjan Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto