जिस्म को खेल बनाकर क्या करोगे..?
मैं मर चुकी हूं मुझे जलाकर क्या करोगे ..?
बलात्कारियों का वो हाश्र करो
जो मेरे आत्मा को शांति दे.
यूं पानी में मेरी अस्थियां बहा कर क्या करोगे..?
जब मैं चिल्लाई तो कीड़े ने आवाज तक ना सुनी मेरी ...
अब उस बात का समाचार बनाकर क्या करोगे..?
कुछ तो ऐसा करो जिससे ये दरिंदगी खत्म हो ..
यूं जगह जगह मोमबत्तियां जलाकर क्या करोगे..?? 🕯️🕯️🕯️
©minakshi
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