मुजे सुबह की किरणों से नही रात के सन्नाटों से इश्क़

"मुजे सुबह की किरणों से नही रात के सन्नाटों से इश्क़ है उगता हुआ सूरज नही ढलती शाम पसंद है मुजसे मिलने इतवार सुबह नही पीर की शाम को आना _Soor ©Mishty Ahir"

 मुजे सुबह की किरणों से नही
रात के सन्नाटों से इश्क़ है
उगता हुआ सूरज नही 
ढलती शाम पसंद है
मुजसे मिलने इतवार सुबह नही
पीर की शाम को आना
_Soor

©Mishty Ahir

मुजे सुबह की किरणों से नही रात के सन्नाटों से इश्क़ है उगता हुआ सूरज नही ढलती शाम पसंद है मुजसे मिलने इतवार सुबह नही पीर की शाम को आना _Soor ©Mishty Ahir

#soor_wordss

#wetogether

People who shared love close

More like this

Trending Topic