आज फिर एक दस्तक
दिल मे हुई हैं ,
दस्तक, दिल को पीटती हुई ,
मानो डाट रही हो ,
बौखलाई सी , झुंझलाई हुई
अंदर आने को बेचैन ,
"खोलो कोई तो खोलो.. "
पुकारती हुई, चीखती हुई ,
अंधेरे से डरती हुई ,
कहती "मुझे अंदर आने दो
मैंने ही बनाया है इसे .. "
पर कोई खोलने को राज़ी नहीं
सब बहरे हो गए है ..
इस तरह एक और माँ ने ,
आज दरवाज़े के बाहर रात गुजारी हैं,
दिल के बाहर ज़िन्दगी गुज़ारी है ..
#MothersDay #Nojoto #RESPECT #Reality आज फिर एक दस्तक
दिल मे हुई हैं ,
दस्तक, दिल को पीटती हुई ,
मानो डाट रही हो ,
बौखलाई सी , झुंझलाई हुई
अंदर आने को बेचैन ,
"खोलो कोई तो खोलो.. "
पुकारती हुई, चीखती हुई ,