"White चाॅंद की चाॅंदनी में झिलमिलाते हुए कुछ ख़्वाब।
ऑंखों के पानी में तैरते-डूबते हुए कुछ ख़्वाब।
मेरी पलकों पर नींद के इंतज़ार में रुके हुए कुछ ख़्वाब।
हक़ीक़तों की दुनिया में ना-मुकम्मल ही रहे कुछ ख़्वाब।
कुछ ख़्वाबों की दुनिया में जीते हुए हम और
हक़ीक़तों की दुनिया में हमें जीने का हौसला देते हुए कुछ ख़्वाब।
#bas yunhi ek khayaal .......
©Sh@kila Niy@z
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