एक ज़िन्दगी जिन्दगी एक तो है सभी की पर एक जैसी क्यो | हिंदी कविता
"एक ज़िन्दगी जिन्दगी एक तो है सभी की
पर एक जैसी क्यों नही
जिन्दगी की जरूरत है सभी को
तो हर होठों पर हँसी क्यों नही
कहा गया कि'
जिन्दगी कट जाती है सभी की
तो कल की चिंताओ की कमी क्यों नही"
एक ज़िन्दगी जिन्दगी एक तो है सभी की
पर एक जैसी क्यों नही
जिन्दगी की जरूरत है सभी को
तो हर होठों पर हँसी क्यों नही
कहा गया कि'
जिन्दगी कट जाती है सभी की
तो कल की चिंताओ की कमी क्यों नही