ना मेरा साथी है ना कोई था तमाम जिंदगी में,, मैं ठ | हिंदी Shayari

"ना मेरा साथी है ना कोई था तमाम जिंदगी में,, मैं ठहरा हुआ वक्त था जैसे चिराग था रोशनी में,, @___ मीर अजनबी ©Mir Ajnabii"

 ना मेरा साथी है ना कोई था तमाम जिंदगी में,,

मैं ठहरा हुआ वक्त था जैसे चिराग था रोशनी में,,

@___ मीर अजनबी

©Mir Ajnabii

ना मेरा साथी है ना कोई था तमाम जिंदगी में,, मैं ठहरा हुआ वक्त था जैसे चिराग था रोशनी में,, @___ मीर अजनबी ©Mir Ajnabii

ना मेरा साथी है ना कोई था तमाम जिंदगी में,,
मैं ठहरा हुआ वक्त था जैसे चिराग था रोशनी में,,


@___ मीर अजनबी

#nojoto

People who shared love close

More like this

Trending Topic