तू दूर हो भले ही मेरी नज़रों से
पर दिल के बहुत पास है
चाहे रखे मुकद्दर हमे
नदी के दो किनारों सा जुदा
पर मेरी ज़िंदगी में
जगह तेरी बहुत ख़ास है
जो बुझ न पाएगी इस जनम में शायद
तू मेरी वो अधूरी प्यास है
जिसे हर पल,हर लम्हा जीती हूँ मैं
तू मेरा वो अनमोल अहसास है...
©K.Shikha
#Feeling