हम तो डूबे थे उनकी आँखों के पैमाने में,
दोस्तों ने शराब पिला पिलाकर नशा उतार दिया..
--अजय गौतम 'आहत'
Insta : @aahat_poetry
साथियों 💜'पंखुड़ियाँ'💜किताब अमेजन पर उपलब्ध है। यह एक काव्य-संकलन है जो आपको प्रेम के गहन और रूमानी संसार में ले जाता है। ये प्रेम के भंवर सागर में ठहरने, डूबने, तैरने, निकलने की प्रक्रिया का संकलन है। इसकी एक-एक कविता आपके अपने अनुभव आपकी आणि अभिव्यक्ति है। इसी प्रक्रिया को कोरे कागज पर शब्दांकित करने का सूक्ष्म प्रयास है 'पंखुड़ियाँ'.
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पंखुड़ियाँ👇
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