मैं तुम्हारे साथ
प्रकृति के सुंदर स्थानों पर घूमना चाहता हूं।
झरनों का खूबसूरत संगीत सुनना चाहता हूं
सागर की रेत पर तुम्हारे क़दमों के साथ
पैरों के निशान छोड़ना चाहता हूं।
रात आसमान में तारे गिनना,
कविताएँ बुनते हुए कहानियाँ लिखना
और बारिश की लय में नाचते गाते
तुम्हारी आँखों की गहराई में डूबना चाहता हूं।
और अंत में तुम्हारी बाहों के आराम में
सोना चाहता हूं यह सब मुझे
एक सपने की तरह लगता हैं
हसरत है कि इस सपने की कभी
सुबह ना हो ......
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----- मुकेश -----
#मैं चाहता हूं