ये तन्हाई का आलम मेरे हिस्से आया है तो इसका जिमेदार तू हैं....
आज तुझसे दूर तेरा अपना ही साया है तो इसका जिमेदार तू है.....
कैसे सोच लिया तूने की किसी को रुला कर तू खुश हो जायेगा.....
कल वक्त मेरा था रोने, का तो कल वक्त तेरा भी रोने का आएगा.....✍️
©savita Bhadu
#SAD #