सुनी है हाथों कि उगलीया
उसमे छला पैहेना दो...!
मेरी तिसरी उगली मै तेरे हाथ से
अंगुठी पैहेना दो
मेरे दिल कि तार जुड़ी है उससे
तुम मेरे दिल के पास हो हरदम
ये एहसास करवादो...!
रास नहीं आती मुझे दो पल कि मोहब्बत
मुझे अपनी मंगेतर बनादो...!
©maher singaniya
#Engagement#nojoto#lifeline....