हमारी ये ज़िंदगी, जिसे हम आला दर्जे की शानोशौकत से नवाजते है,
जिसके लिए हम दुआए करते है आजादी की,
तो कभी मौत से जिंदगी की दुहाई मांगते है,
असल में ये बस एक सफर है, किसी दूर बशी अपनी मंजिल तक जाने का,
जलाकर मांझी की हर एक हस्थी, खुद से खुद के मिल जाने का,
असली मकसद को पाने का,
यूं तो दुनिया रंगरीन है लेकिन, वो रंग जुड़ा ही रहता है,
अलग-थलग पहचान है उसकी, हर दौलत से वो मैंगा है,
कीमत है उसकी कोढ़ी जैसी, पर हीरों से भी मोल ना चुका पाओगे,
मकसद जीने का वो रंग है, जब रंगै तो बस बेरंग नजर आओगे,
यूं तो कहता आकाश है सबसे, पहचान वो ख्वाब जो दिलों के बस्ते है,
हाथ थाम ले खुद से खुद का, काफिर ले साथी तो बस ये रास्ते है।
©Pawan Singh Prajapati
हमारी ये ज़िंदगी, जिसे हम आला दर्जे की शानोशौकत से नवाजते है,
जिसके लिए हम दुआए करते है आजादी की,
तो कभी मौत से जिंदगी की दुहाई मांगते है,
असल में ये बस एक सफर है, किसी दूर बशी अपनी मंजिल तक जाने का,
जलाकर मांझी की हर एक हस्थी, खुद से खुद के मिल जाने का,
असली मकसद को पाने का,