हारा हुआ, थका हुआ
जूझता हुआ,तड़पता हुआ इंसान..
हम कहीं सालों पहले खुद को आईने के सामने रख कहीं बार देख चुके हैं
जीतता हुआ, सुकून से भरा हुआ
कोशिशों से बढ़ता हुआ ..... "आज का इंसान"तड़पता तो आज भी हैं,
बस फर्क है "वज़ह" का
"कल की और आज की तड़प का"
©Parul Damor
#tadap
#raatboltihain🌠