White मेरे प्रेम में कामवासना की जगह नहीं है, प्रेम दो जहन का मिलन थोड़ी हो सकता है।
कामवासना तो बाजारु है बिकती है जगह जगह; लोग खरीदते है कुछ पल के लिए।
प्रेम में तो आत्माए मिलती है पिरो लेती है खुद को एक होने में उस मिलन में इस नश्वर देह का क्या काम।
और प्रेम सबसे हो जाए यह भी संभव नहीं क्यूंकि प्रेम तो आज है यही उसकी प्रवृत्ति है।
प्रेम आदर है!
प्रेम सम्मान है!
प्रेम ही सत्य है!!
@gullu
©gullu
#Sad_Status