ना जाने कौन सा फसाना तेरा होगा। ना जाने कौन सा दिव | हिंदी शायरी
"ना जाने कौन सा फसाना तेरा होगा।
ना जाने कौन सा दिवाना तेरा होगा।।
उस दिन तो तुझे मेरी याद आयेगी ही।
जब तेरे घर से निकलने वाला जनाजा मेरा होगा।
~Yogesh gupta(योगी)"
ना जाने कौन सा फसाना तेरा होगा।
ना जाने कौन सा दिवाना तेरा होगा।।
उस दिन तो तुझे मेरी याद आयेगी ही।
जब तेरे घर से निकलने वाला जनाजा मेरा होगा।
~Yogesh gupta(योगी)