ज़िंदगी” की “तपिश” को “सहन” किजिए “जनाब”, अक्सर वे “पौधे” “मुरझा” जाते हैं, जिनकी “परवरिश” “छाया” में होती हैं… ©PRAGATI NAIKARE #eveningtea Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto