पीछे पलट कर देखू तो केवल और केवल हताशा और निराशा | हिंदी विचार Video

"पीछे पलट कर देखू तो केवल और केवल हताशा और निराशा ही दिखाई देती है। और आगे बड़ कर देखू तो उन ढेरों आशाओं में एक आशा अपने बदलाव की दिखाई दे रही है। पर बीते कुछ समय की उन निराशाओं ने इस कदर मेरे मनोबल को तोड़ा है कि आशा की वो एक किरण में भी ग्रहण लगने का डर दिखा रही है।। ©dpDAMS "

पीछे पलट कर देखू तो केवल और केवल हताशा और निराशा ही दिखाई देती है। और आगे बड़ कर देखू तो उन ढेरों आशाओं में एक आशा अपने बदलाव की दिखाई दे रही है। पर बीते कुछ समय की उन निराशाओं ने इस कदर मेरे मनोबल को तोड़ा है कि आशा की वो एक किरण में भी ग्रहण लगने का डर दिखा रही है।। ©dpDAMS

People who shared love close

More like this

Trending Topic