माँ अनन्त माँ प्रेम मयी है माँ करुणा का सागर है श | हिंदी कविता
"माँ अनन्त माँ प्रेम मयी है
माँ करुणा का सागर है
श्रोणित में नित बहता रमता
माँ का प्रेम उजागर है
शैशव हेतु बहे नयनामृत
माँ ममता की गागर है !
#Sarika Singh."
माँ अनन्त माँ प्रेम मयी है
माँ करुणा का सागर है
श्रोणित में नित बहता रमता
माँ का प्रेम उजागर है
शैशव हेतु बहे नयनामृत
माँ ममता की गागर है !
#Sarika Singh.