रास्तों में मंजिलों के मिलने से पहले,
तुम मिलना खुद से मुझ मिलने से पहले,
यकीनन तुम चल सकते हो उर्मभर संग,
पर रुकना जरा संग चलने से पहले ,
अजीब दौर है वादा वफ़ा की करता है,
बेवफ़ाई तक सोचना वादा करने से पहले,
कोई नई ये बाद नहीं की बिझड जाए हम,
तिफ्ल राहों में न आना नई मंजिले बनाने से पहले!!
~ तिफ्ल!!