आज सिर्फ शुभकामनाओं से काम नहीं चलेगा
आज तुम्हे अपने जनाजे के लिए लकड़ी का इंतजाम करना है
आज तुम्हे प्रकृति का कर्ज उतारना है
आज तुम्हे ली हुई हर सांस का कर्ज चुकाना है
आज तुम्हे एक नया साथी बनाना है
आज तुम्हे किसी नन्हे से पौधे का रोपण करना है
आज तुम्हे एक हम सफर चुनना है
जो शायद तुम्हे जीवन भर कुछ ना कुछ देता ही रहेगा
लेकिन इंसानों की तरह धोखा नहीं देगा
हर वक़्त तुम्हारी खामोशी को खुशनुमा पल बना देगा
आज फिर तुम्हें एक पौधा रोपण करना है
#WorldEnvironmentDay