सजदे खुदा के मेरी मां दिन रात करती है ।
पर उसका मैं कर्ज अदा ना कर पाऊंगा।।
आखरी मर्तबा आऊंगा इस बार तेरे शहर में।
पर अब तेरे शहर से मर कर ही वापस जाऊंगा।।
खुदा ने जिंदगी दी शुक्रगुजार रहूंगा
तूने चांद खुशियां दी शुक्रगुजार रहूंगा।।
माफ करना मैं दे नही पाया खुशियां तुझे।
तेरी मेहरबानियों का मैं कर्जदार रहूंगा।।
खुवाबों में तेरे साथ जिंदगी गुजरी है
पर तेरे ख्वाबों में मर कर भी वापस आऊंगा
आखरी मर्तबा आऊंगा तेरे शहर में ।
पर अब तेरे शहर से मर कर ही वापस जाऊंगा।।
💔💔
©Shivam Choudhary
#शायरी #टूटी