बनेगा पेड़ हमारे आंगन में,
फिर से बारिश हुयी
और एक बीज फूटा है |
तू ही एक बेचारा नहीं यहाँ ,
बहुतो को इश्क़ हुआ
और बहुतो का दिल टुटा है |
©Yuvraaj Kamal Singh Chauhan
बनेगा पेड़ हमारे आंगन में,
फिर से #बारिश हुयी
और एक बीज फूटा है |
तू ही एक बेचारा नहीं यहाँ ,
बहुतो को #इश्क़ हुआ
और बहुतो का #दिल टुटा है |